ग्लोबल वार्मिंग पर G-20 देशों की विशेष बैठक: ठोस कदम उठाने की अपील
नई दिल्ली: वैश्विक तापमान में लगातार हो रही वृद्धि को रोकने के लिए G-20 देशों की एक विशेष बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जलवायु परिवर्तन के गंभीर प्रभावों पर चर्चा की गई और ठोस कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यदि तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित नहीं किया गया, तो दुनिया को विनाशकारी प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ सकता है। इस अवसर पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा, “यह समय है कि सभी देश एकजुट होकर ठोस कदम उठाएं। आने वाली पीढ़ियों के लिए धरती को सुरक्षित बनाना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।”
बैठक में भारत, अमेरिका, चीन और यूरोपीय संघ सहित कई प्रमुख देशों ने अपने-अपने कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए नई योजनाओं की घोषणा की। भारत ने ‘हरित ऊर्जा’ को बढ़ावा देने और 2070 तक कार्बन न्यूट्रल बनने की प्रतिबद्धता दोहराई।
इसके अलावा, बैठक में विकासशील देशों के लिए वित्तीय सहायता और तकनीकी सहयोग पर भी चर्चा हुई। विशेष रूप से, जलवायु परिवर्तन से प्रभावित छोटे द्वीपीय देशों को राहत देने के लिए एक वैश्विक फंड स्थापित करने का प्रस्ताव रखा गया।
इस बैठक ने जलवायु संकट के प्रति वैश्विक एकजुटता का संदेश दिया, लेकिन वास्तविक प्रगति अब इन वादों को जमीन पर उतारने पर निर्भर करेगी।