भोपालमध्य प्रदेश

आपातकालीन स्थिति के लिए समस्त आयुष स्वास्थ्य संस्थाओं को चौबीस घंटे तैयार रहने के निर्देश जारी

साइबर सुरक्षा के प्रति भी संबंधित स्टॉफ को सचेत रहने के लिए निर्देशित किया

रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन भोपाल मध्यप्रदेश
केंद्रीय आयुष मंत्रालय के निर्देशों के अनुपालन में, प्रदेश के आयुष विभाग ने समस्त आयुष स्वास्थ्य संस्थाओं को आपातकालीन स्थिति के लिए तैयारी के संबंध में आवश्यक निर्देश जारी किए हैं। उप संचालक आयुष डॉ. राजीव मिश्र ने बताया कि प्रदेश की समस्त आयुष स्वास्थ्य संस्थाओं को पूर्ण क्षमता के साथ क्रियाशील रहने को निर्देशित किया गया है। यह भी सुनिश्चित करने को कहा गया है कि समस्त आयुष चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टॉफ एवं सहायक कर्मचारी ड्यूटी पर उपस्थित रहें और वर्तमान स्थिति में अवकाश स्वीकृत नहीं किया जाए। डॉ. मिश्र ने बताया कि एम्बुलेंस, उपलब्धतानुसार मोबाइल चिकित्सा इकाई एवं अन्य आपातकालीन वाहन, आवश्यक जीवन रक्षक उपकरणों सहित तत्पर अवस्था में रखने के निर्देश दिए गए हैं। औषधियों की उपलब्धता की सतत् समीक्षा करने एवं आवश्यकता पड़ने पर संचालनालय को तत्काल अवगत कराने को कहा गया हैं। डॉ. मिश्र ने बताया कि समस्त आयुष स्वास्थ्य संस्थाओं में आवश्यक चिकित्सीय उपकरण, स्ट्रेचर, रिएजेन्ट, ऑक्सीजन, जीवन रक्षक प्रणाली की 24X7 उपलब्धता और चिकित्सालयों में शैय्या की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। चिकित्सालयों में उपलब्धता अनुसार ऑपरेशन थियेटर के संचालन के लिए आवश्यक सामग्री की उपलब्धता, पैथालॉजी लैब का उपलब्धतानुसार संचालन सुनिश्चित करने के लिए भी निर्देशित किया गया है। आयुष स्वास्थ्य संस्थाओं में जहां ब्लड बैंक उपलब्ध हैं, वहां आवश्यक तैयारी सुनिश्चित करने को कहा गया है। जिला आयुष कार्यालय अधीनस्थ एवं आयुष महाविद्यालय अधीनस्थ आयुष मानव संसाधन एवं पैरामेडिकल स्टॉफ का उन्मुखीकरण करने के निर्देश दिए गए हैं। निजी आयुष चिकित्सालयों एवं शिक्षण चिकित्सालयों का इस संबंध में संवेदीकरण करने को कहा गया है। साइबर सुरक्षा के संबंध में संबंधित स्टॉफ को संवेदनशील रहने के लिए भी निर्देशित किया गया है। अग्रिम पंक्ति कार्यकर्ताओं/स्वयं सेवकों की पहचान तथा प्रमुख स्वयंसेवी संस्थाओं/प्रमुख सामुदायिक संगठन (CBOs) के साथ समन्वय स्थापित करने को भी कहा गया है, विशेष रूप से उन संस्थाओ से जिनके सदस्य प्रथम प्रत्युरकर्ता के रूप में प्रशिक्षित (already trained as first responders) हैं। समस्त आयुष स्वास्थ्य संस्थाओं में, उक्त निर्देशों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए स्थानीय स्तर पर कार्यवाही सुनिश्चित करने को कहा गया है।

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