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प्रान्त प्रमुख श्री संतोष निषाद जी छत्तीसगढ़ प्रान्त सामान्य प्रशिक्षण वर्ग मे सुलेख का अध्यापन कराते हुए

अक्षर साधना ,सुलेख शब्द ---का विस्तार पूर्वक अध्यापन कराते हुए प्रान्त प्रमुख श्री संतोष निषाद छत्तीसगढ़ प्रान्त

जब हम कोई कार्य को लेकर चलते हैं तो उसमें किसी कार्य की निपुणता के लिए किसी ने किसी प्रकार का ध्यान योग साधना चाहिए तभी परिपूर्ण से हम कार्य के सिद्ध की ओर चलते हैं वर्तमान में बालक की बौद्धिक क्षमता विकास के लिए स्मरण शक्ति विभिन्न प्रकार के साधना प्रयोग किए जाते हैं किंतु बालको के लिए के लिए साधना में से एक महत्वपूर्ण साधना है “अक्षर साधना” जिसे सहज सरल भाषा में कहें तो “सुलेख”

इस शब्द के गुण से ही सुन्दर आंनद आयेगा याने कि सुन्दर लिखावट

अक्षर साधना ,सुलेख शब्द —

भैया-बहन के लेखन कला में प्रारम्भिक सांकेतिक चिन्हो का अभ्यास कराना,एक,दो,तीन, चार लाईन अभ्यास पुस्तिका ,या कोरा पन्ना में अभ्यास महत्वपूर्ण होता है— लेकिन दिशानिर्देश करने वाले का भी सुलेख ठीक होना चाहिए, स्वयं अभ्यास,प्रयोग करके ही सिखाए तो और आनंद है।

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