चारामा नगर में भीषण और दर्दनाक सड़क हादसे में 50 वर्षीय पुरुषोत्तम सेन की दर्दनाक मौत

कांकेर। चारामा नगर में शनिवार शाम को एक भीषण और दर्दनाक सड़क हादसे में 50 वर्षीय पुरुषोत्तम सेन की दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा नेशनल हाईवे-30 पर उस समय हुआ, जब वे ड्यूटी खत्म कर बाइक से अपने घर लौट रहे थे। पीछे से आई तेज रफ्तार बाइक की टक्कर से वे असंतुलित होकर सड़क पर गिर पड़े, और कुछ ही सेकंड बाद एक पेट्रोलियम टैंकर ने उन्हें रौंद डाला। हादसे की भयावहता ने क्षेत्र में मातम का माहौल पैदा कर दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, मृतक पुरुषोत्तम सेन, चारामा नगर के वार्ड क्रमांक 11 के निवासी थे। वे वर्तमान में केशकाल मंडी में कर्मचारी के रूप में कार्यरत थे और हर दिन की तरह शनिवार को भी वे अपनी ड्यूटी समाप्त कर शाम करीब 4 बजे बाइक से घर लौट रहे थे। जैसे ही वे चारामा नगर के एक प्रमुख मोड़ पर पहुंचे, तभी तेज रफ्तार में पीछे से आ रही एक अन्य बाइक ने उन्हें टक्कर मार दी। इस टक्कर से पुरुषोत्तम सेन सड़क पर गिर पड़े और इससे पहले कि वे खुद को संभाल पाते, पीछे से आ रहा एक भारी पेट्रोलियम टैंकर उन्हें कुचलते हुए निकल गया। सीसीटीवी में कैद हुई पूरी घटना घटना की सूचना मिलते ही आसपास मौजूद लोगों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। पुलिस की टीम कुछ ही देर में मौके पर पहुंची और पुरुषोत्तम सेन को मृत पाया। शव को सिविल अस्पताल चारामा पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। घटना स्थल के पास स्थित एक बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरे में हादसे की पूरी घटना रिकॉर्ड हो गई है। वीडियो फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि किस प्रकार पहले बाइक की टक्कर से वे गिरते हैं और फिर पीछे से आ रहे टैंकर ने उन्हें कुचल दिया। यह वीडियो अब पुलिस जांच में महत्वपूर्ण साक्ष्य के रूप में काम आएगा। पुलिस जुटी जांच में हादसे के बाद पेट्रोलियम टैंकर का चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने वाहन के नंबर के आधार पर टैंकर और उसके चालक की तलाश शुरू कर दी है। वहीं, दूसरी बाइक सवार की पहचान करने के लिए भी सीसीटीवी फुटेज का सहारा लिया जा रहा है। थाना प्रभारी चारामा ने बताया कि घटना की एफआईआर दर्ज कर ली गई है और दोनों वाहनों की पहचान कर आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है। घर से परिजनों पर टूटा दुखों का पहाड़, पूरे नगर में शोक हादसे की सूचना मिलते ही मृतक पुरुषोत्तम सेन के परिजन मौके पर पहुंचे। जैसे ही परिवार को उनकी मृत्यु की खबर मिली, घर में कोहराम मच गया। पुरुषोत्तम सेन अपने परिवार के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे। उनकी अचानक मौत से परिवार पर आर्थिक और मानसिक संकट टूट पड़ा है। स्थानीय पार्षद और जनप्रतिनिधियों ने पीड़ित परिवार से भेंट कर उन्हें सांत्वना दी और शासन से मुआवजे की मांग की। इस दर्दनाक हादसे ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात नियंत्रण और सड़क सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। हाईवे पर वाहनों की तेज गति और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी लगातार जानलेवा साबित हो रही है। स्थानीय लोगों ने दुर्घटना स्थल पर स्पीड ब्रेकर और ट्रैफिक संकेतक लगाने की मांग की है। साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नगर के इस हिस्से में ट्रैफिक पुलिस की नियमित तैनाती नहीं होती, जिससे हादसों की आशंका बनी रहती