सरस्वती ग्राम शिक्षा समिति छत्तीसगढ़ के द्वारा आयोजित 15 दिवसीय आचार्य सामान्य प्रशिक्षण वर्ग
ग्रीष्मकालीन में संकल्पना वर्ग, शिशु वाटिका,सामान्य प्रशिक्षण, दक्षता वर्ग इस प्रकार चार वर्ग आयोजित होते हैं।

मुंगेली/ सरस्वती ग्राम शिक्षा समिति छत्तीसगढ़ के द्वारा आयोजित 15 दिवसीय आचार्य सामान्य प्रशिक्षण वर्ग मा. श्री श्रीकांत पाण्डेय जी जिला पंचायत अध्यक्ष मुंगेली के मुख्य अतिथि ,सरस्वती ग्राम शिक्षा समिति छत्तीसगढ़ की प्रादेशिक अध्यक्ष श्री ठाकुर राम कुर्रे की अध्यक्षता, मुख्य वक्ता डाॅ देवनारायण साहू जी संगठन मंत्री विद्या भारती छत्तीसगढ़ विशेष अतिथि श्री उमाशंकर साहू जी श्री राज साहू,श्री देवचरण भास्कर,
सरस्वती ग्राम शिक्षा समिति छत्तीसगढ़ के प्रादेशिक सचिव श्री पुरंदन कश्यप प्रादेशिक उपाध्यक्ष उपाध्यक्ष श्री सहदेव राम साहू,श्री कौशल किशोर वेहार,वर्ग संयोजक श्री मुकेश उपाध्याय, श्री देवेन्द्र पाण्डेय, प्रांत प्रमुख श्री संतोष निषाद सह प्रांत प्रमुख श्री चिंताराम साहू ,व अन्य अधिकारीगण के उपस्थिति में शुभारंभ हुआ।
मुख्य वक्ता संगठन मंत्री डॉ देवनारायण साहू ने कहा कि प्रशिक्षण वर्ग कठिन परिश्रम, कठिन साधना, समय का पालन इस प्रशिक्षण से प्रातः उठने से लेकर के रात्रि विश्राम तक विभिन्न आयाम सीखते हैं जिनके माध्यम से हम अपने जीवन को गढ़ रहे हैं ,आचार्य का सर्वागीण विकास की दृष्टि से विद्या भारती के माध्यम से प्रशिक्षण किया जाता है आचार्य को स्वयं का विकास से लेकर के समाज गांव व देश की निरंतर सेवा के लिए प्रशिक्षित किया जाता है, हमारे आचार्य समाज एवं गांव में शिक्षा के माध्यम से रचनात्मक कार्य करे,समरसता का भाव जगाए।”
ग्रीष्मकालीन में संकल्पना वर्ग, शिशु वाटिका,सामान्य प्रशिक्षण, दक्षता वर्ग इस प्रकार चार वर्ग आयोजित होते हैं।
डॉ देवनारायण साहू जी ने विद्या भारती के विकास यात्रा पर जानकारी देते हुए बताया कि शिशु मंदिर 1952 से प्रारंभ हुआ,संस्कार युक्त शिक्षा, समर्पण, नैतिकता, देशभक्ति भावना उद्देश्य लेकर शिशु मंदिर के प्रथम प्रधानाचार्य श्री कृष्णचंद गांधी के माध्यम से पक्की बाग उत्तरप्रदेश से शुरुआत हुई। पूरे देश में विस्तार की दृष्टि से 1977 में विद्या भारती का गठन हुआ। अविभाजित मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ में पहला शिशु मंदिर अंबिकापुर से 1967 से प्रारंभ हुआ। ग्रामीण क्षेत्र छत्तीसगढ़ में गुचापाली महासमुंद में सरस्वती शिशु मंदिर प्रारंभ हुआ। संगठन मंत्री डाॅ.देवनारायण साहू ने विद्या भारती के माध्यम से नगरी, ग्रामीण, व वनांचल क्षेत्र तथा झुग्गी झोपड़ी में चल रहे शिक्षा की जानकारी दी।
इसके पूर्व सरस्वती ग्राम शिक्षा समिति के प्रांतीय सचिव श्री पुरन्दन कश्यप जी नेजानकारी दी कि सरस्वती ग्राम शिक्षा समिति द्वारा आयोजित 15 दिवसीय आचार्य सामान्य प्रशिक्षण वर्ग 15 में सायं से 31 में प्रातः तक सरस्वती शिशु मंदिर मुंगेली में आयोजित है इस वर्ग में 87 आचार्य, 92 दीदी 136 विद्यालय से 179 आचार्य, दीदी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।वर्तमान में पूरे छत्तीसगढ़ प्रांत में 915 ग्रामीण विद्यालय सरस्वती शिशु मंदिर चल रहे हैं। श्री जगदीश यादव जी वर्ग प्रमुख ने
आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम का संचालन बौद्धिक प्रमुख श्री दीनदयाल यादव ने किया।
इस अवसर पर विद्या भारती सरस्वती ग्राम शिक्षा समिति के पूर्णकालिक कार्यकर्ता ,प्रशिक्षक आदि उपस्थित रहे।