जेनेटिक काउंसलिंग पर विशेष ध्यान दिया जाये,राज्यपाल सिकल सेल जागरूकता कार्यक्रम में हुए शामिल
आयुष विभाग द्वारा औषधि केंद्रों पर दवाइयाँ उपलब्ध

रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन भोपाल मध्यप्रदेश
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि सिकल सेल को खत्म करने के लिए स्क्रीनिंग के बाद जेनेटिक काउंसलिंग पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि धार जिले में 12 लाख लोगों की सिकल सेल स्क्रीनिंग की जा चुकी है, जिनमें से लगभग 25 सौ लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। सिकल सेल पॉजिटिव आपस में विवाह नहीं करें, इसकी समझाइश दी जानी चाहिए। यह बात राज्यपाल ने सिकल सेल रोग के उन्मूलन के लिये चलाए जा रहे अभियान के कार्यक्रम में कही। कार्यक्रम का आयोजन धार जिले में जागरूकता अभियान के तहत किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “मन की बात” कार्यक्रम का सामूहिक श्रवण भी अतिथियों और आमजन द्वारा किया गया। राज्यपाल ने कहा कि जन औषधि केंद्रों पर आयुष विभाग के माध्यम से दवाइयाँ उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने पॉजिटिव पाए गए लोगों से नियमित दवाई लेने और व्यायाम करने, सुपाच्य भोजन करने, ठंडे पानी से नहीं नहाने और अधिक मात्रा में पानी पीने की समझाइश दी। उन्होंने सभी स्टोर्स पर दवाइयों की उपलब्धता और डॉक्टर्स द्वारा जनजागरूकता फैलाने की आवश्यकता पर बल दिया। राज्यपाल ने सिकल सेल के क्षेत्र मे जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया। कार्यक्रम में लगी प्रदर्शनी को सराहा व सभी लोगों से उसका अवलोकन करने का आग्रह किया।राज्यपाल को कार्यक्रम मे उपस्थित पाँच बच्चों ने उनकी स्कूल एवं हॉस्टल में हुई स्क्रीनिंग के अनुभव साझा किए। बच्चों ने बताया कि अस्पताल से मिलने वाली निशुल्क दवाइयों से उन्हें इस बीमारी में राहत मिली है। कार्यक्रम के दौरान सिकल सेल स्क्रीनिंग एवं क्षय नियंत्रण में योगदान देने वाले लोगों को सम्मानित किया गया।