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महाराणा प्रताप जयंती समारोह : राष्ट्रभक्ति, संस्कृति और स्वाभिमान का अद्वितीय संगम*

भव्य आयोजन 29 मई को, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सांसद मदन राठौड़ होंगे मुख्य अतिथि*

 

अजमेर।
वीरता, स्वाभिमान और मातृभूमि के प्रति अपराजेय निष्ठा के प्रतीक महाराणा प्रताप की जयंती के उपलक्ष्य में महाराणा प्रताप समारोह समिति, अजमेर के तत्वावधान में 29 मई 2025 (गुरुवार) को पुष्कर घाटी स्थित महाराणा प्रताप स्मारक पर सायं 6:00 बजे मुख्य समारोह एवं विशाल मेले का आयोजन किया जाएगा।

समिति अध्यक्ष श्री धर्मेश जैन ने बताया कि समारोह के मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद एवं भाजपा राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष श्री मदन राठौड़ होंगे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत संघचालक श्री जगदीश राणा और महानगर संघचालक श्री खाजूलाल जी की आयोजन में विशिष्ट उपस्थिति रहेगी। विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी जी की भी गरिमामयी उपस्थिति रहेगी।
आयोजन में निर्मल आश्रम के संत डॉ स्वामी रामेश्वरानंद जी शिरोमणि, चित्रकूट धाम के सदगुरु पाठक जी महाराज,
उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी जी, केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री भगीरथ चौधरी, धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत,अजमेर दक्षिण की विधायक श्रीमती अनीता भदेल, राज्य सरकार में मंत्री सुरेश सिंह रावत, देवनारायण बोर्ड के अध्यक्ष ओम प्रकाश भड़ाना, नसीराबाद विधायक रामस्वरूप लांबा, ब्यावर के विधायक शंकर सिंह रावत, केकड़ी विधायक शत्रुघ्न गौतम, मसूदा विधायक वीरेंद्र सिंह कानावत, अजमेर की मेयर बृजलता हाड़ा, उप महापौर नीरज जैन आदि उपस्थित रहेंगे। सभी अतिथि सायं ठीक 6 बजे आयोजन स्थल पर पहुंच जाएंगे।

समारोह की शुरुआत भगवान एकलिंगनाथ जी की महाआरती से होगी। वक्ता गण महाराणा प्रताप के जीवन, संघर्ष और आदर्शों पर प्रेरक उद्बोधन देंगे। कच्छी घोड़ी और राजस्थानी नगाड़ा वादन तथा शहनाई वादन से मेले में आने वाले अतिथियों शहरवासियों का स्वागत किया जाएगा।

*विशेष आकर्षण*
आयोजन समिति के महामंत्री डॉ हरीश बेरी और संयोजक श्री जितेंद्र जोशी ने बताया कि इस अवसर पर भव्य सांस्कृतिक एवं पारंपरिक मेले का आयोजन किया जाएगा जिसमें शहरवासियों का आतिथ्य पुष्कर के प्रसिद्ध मालपुए, फाफड़ा, छोला-कुलचा, बर्फ का गोला, केरी पानी, दाल पकवान, पेठा, दही लस्सी, समोसा, कचोरी, कांजी बड़ा, गुड़िया के बाल जैसी विविधतापूर्ण खाद्य सामग्रियाँ आमजन के लिए शहर के भामाशाहों द्वारा निःशुल्क किया जाएगा।

*परंपरागत वेशभूषा में विशेष सम्मान*
राजस्थानी, गाड़िया लुहार, राजपूती वेशभूषा अथवा महाराणा प्रताप की पोशाक में पधारने वाले महिला एवं पुरुषों को सार्वजनिक रूप से सम्मानित किया जाएगा।

*समर्पण भाव से तैयारी*
बुधवार को हुई आयोजकों की बैठकों में कार्यक्रम की रूपरेखा, व्यवस्थाएं एवं जिम्मेदारियों पर विचार कर समितियों का गठन किया गया। आयोजन समिति के सदस्यों ने आयोजन स्थल का दौरा कर तैयारियों को अंतिम रूप दिया। इस दौरान रमेश सोनी, नीरज जैन, सुनील दत्त जैन, दिनेश धार, डॉ. हरीश बेरी, जगदीश शर्मा, प्रवीण जैन, विजय कुमार शर्मा, नवीन पारीक, आशीष डीडवानिया, अमित जैन, भगवान सिंह हाड़ा, ओमप्रकाश डाबी, डॉ. सूरज राव, बाल सिंह रावत सहित सभी प्रतिनिधियों ने आयोजन को ऐतिहासिक बनाने का संकल्प लिया।

यह आयोजन केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि राष्ट्र के स्वाभिमान, वीरता और मातृभूमि-प्रेम की भावना को जन-जन तक पहुँचाने का एक पवित्र प्रयास है। महाराणा प्रताप का जीवन आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा-स्त्रोत है और यह आयोजन उनके शौर्यगाथा को गौरवपूर्ण स्वर देगा।

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