भोपाल

सीएमएचओ भोपाल डॉ. तिवारी ने कार्यकाल के अंतिम दिन अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ की बैठक

अब राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में संभालेंगे दायित्व

रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन भोपाल मध्यप्रदेश
सीएमएचओ भोपाल डॉ. प्रभाकर तिवारी द्वारा कार्यकाल के अंतिम दिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की बैठक ली गई। जिसमें स्वास्थ्य विभाग की सेवाओं को निरंतर रूप से समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के निर्देश दिए गए। इस दौरान विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों ने डॉ. तिवारी को नए दायित्व के लिए शुभकामनाएं दी। डॉ. तिवारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्यप्रदेश कार्यालय में नवीन पदभार ग्रहण करेंगे। शासन द्वारा इनका प्रमोशन करते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यालय में वरिष्ठ संयुक्त संचालक बनाया गया है। उनके स्थान पर डॉ. मनीष शर्मा को भोपाल सीएमएचओ बनाया गया है। डॉ. प्रभाकर तिवारी को 5 साल पूर्व कोविड की विषम परिस्थितियों के बीच में भोपाल सीएमएचओ का प्रभार दिया गया था,इस दौरान उन्होंने राज्यस्तरीय अधिकारियों और जिला प्रशासन के सहयोग से महामारी नियंत्रण में उल्लेखनीय कार्य किया था। विभागीय बैठक में डॉ. तिवारी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग भोपाल द्वारा अंत्योदय की अवधारणा के अनुरूप श्रमिक पीठों, रैन बसेरों, तंग बस्तियों, घरों में काम करने वाले दीदियों, स्वच्छता कर्मियों, बस ड्राइवर, कंडक्टर्स, वृद्धाश्रमों, जेल बंदियों, न्यूज पेपर हॉकर्स तक पहुंचकर स्वास्थ्य सेवाएं दी गईं हैं। इन हितग्रहियों का निरंतर फॉलोअप आवश्यक है। पिछले 5 सालों में संजीवनी क्लीनिक की संख्या दो गुना से भी अधिक हुई हैं। बड़े अस्पतालों के ओ पी डी लोड को कम करने के लिए स्थानीय लोगों को सामान्य बीमारियों के उपचार के लिए इन स्वास्थ्य संस्थाओं में आने के लिए प्रेरित किया जाए। डॉ. तिवारी ने कहा कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, गांधी मेडिकल कॉलेज, निजी मेडिकल कॉलेजों के विशेषज्ञों से प्राप्त जानकारी का उपयोग स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए किया जाए। विभाग द्वारा सुसाइड प्रीवेंशन के लिए गेटकीपर्स ट्रेनिंग, नगर निगम के साथ डॉग हैंडलर्स ट्रेनिंग, एम्स के साथ पेलेटिव केयर, पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य जैसे कई महत्वपूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम भी किए गए हैं। पिछले कुछ सालों में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय भोपाल ने सामाजिक सरोकारों से जुड़कर भी सेवाओं का विस्तार किया है। इसके तहत अंगदान को बढ़ावा देने के लिए अंगदान करने वालों के परिजनों को सम्मानित किया गया। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत उपचार से स्वस्थ हुए बच्चों को मुख्य धारा से जोड़ने और उनके मनोबल को बढ़ाने के लिए सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, क्रिकेट मैच सहित विभिन्न कार्यक्रम करवाए गए। गैर शासकीय संगठनों का सहयोग लेकर मोबाइल वेन से आई स्क्रीनिंग, चश्मा वितरण, वृद्धजनों के लिए फिजियोथेरेपी, डेंगू मलेरिया जागरूकता, घर बैठे ऑनलाइन ओपीडी अपाइंटमेंट सिस्टम शुरू किया गया। सीएमएचओ कार्यालय की विशाल तिरंगा यात्रा, रहवासी समितियों में आयुष्मान शिविर, धार्मिक- सामाजिक आयोजनों में स्वास्थ्य शिविर की सेवाएं दी गई हैं।ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट सहित अनेक राष्ट्रीय स्तर के आयोजनों में स्वास्थ्य विभाग ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पीएमश्री एयर एम्बुलेंस की सेवाओं आमजन तक पहुंचाने , प्राइवेट स्कूलों में आर बी एस के टीम द्वारा स्क्रीनिंग शुरू की गई है। जिले की 35 स्वास्थ्य संस्थाओं का नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड के तहत प्रमाणीकरण हुआ है। इनमें से कोलुआ कला को देश भर में सर्वाधिक अंकों के साथ यह सर्टिफिकेट मिला है।

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