भगवान श्री चित्रगुप्त का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान- सुधीर कुमार श्रीवास्तव

विगत दिनों 14 जून 2025 को महाराष्ट्र में प्रसिद्ध कथावाचक पण्डित प्रदीप मिश्रा ने न जाने किस मद में चूर होकर वैश्विक न्यायाधीश भगवान श्री चित्रगुप्त जी और यमराज का उपहास किया जो अति निन्दनीय है।
पत्रकार व समाज सेवी एवं भगवान श्री चित्रगुप्त वेलफेयर फेडरेशन (रजि) के अध्यक्ष श्री सुधीर कुमार श्रीवास्तव ने पण्डित प्रदीप मिश्रा द्वारा भगवान श्री चित्रगुप्त जी एवं यमराज जी का मजाक उड़ाने पर कड़ा रोष व्यक्त किया उन्होंने ने स्पष्ट कर दिया कि भगवान श्री चित्रगुप्त जी का यह अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान।
श्री सुधीर कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि जिस प्रसिद्ध व धुरंधर मंहगे कथावाचक को सनातन देवी देवताओं के बारे में जानकारी नहीं कोई श्रृद्धा नहीं कोई विश्वास नहीं ऐसे कपटी और घटिया कथावाचक को व्यास पीठ पर बैठने का अधिकार नहीं होना चाहिए इस घटिया कथावाचक के विरुद्ध समस्त हिंदू सामाजिक राजनीतिक संगठनों व संत साधु समाज को एकजुट होकर आगे आना होगा जिससे सनातन धर्म व देवी देवताओं का उपहास करने वालों को सजा दिलाकर भविष्य में ऐसा न होने पाए ऐसा प्रयास किया जा सकता है।
सारे जीव जगत के कर्मो का लेखा जोखा रखने वाले व सत्य सनातन धर्म के ही नहीं अपितु समस्त जीव जगत के देवता भगवान श्री चित्रगुप्त जी का जिस ढंग से भरी सभा में मजाक उड़ाया सारा समाज शर्मशार है है पण्डित प्रदीप मिश्रा जरा भी लोक लाज व सनातन धर्म के प्रति निष्ठा है तो तुरन्त माफी मांगो अन्यथा हम बाध्य होकर न्याय पालिका का सहारा लेंगे और हर जगह तुम्हारे सभाओं का विरोध करेंगे।
इससे पहले भी इस घटिया कथावाचक ने माता राधारानी पर अभद्र टिप्पणी की थी जिसके विरोध में स्वामी प्रेमानंद जी आगे आए और मजबूर होकर इसने नाक रगड़कर क्षमा मांगा पर फिर इसने खुराफात किया इस बार इसको बताना होगा कि धर्म की आड़ में धर्म का उपहास करने वाले तुझे समाज व राष्ट्र छोड़ेगा नहीं और तुम्हें पता चल जाएगा जो प्रसिद्धि व धन की मादकता में मानसिक संतुलन खो देने वाले व्यास गद्दी पर क्यों जाते हो ।
पत्रकार व समाज सेवक श्री सुधीर कुमार श्रीवास्तव ने सभी का आह्वान किया कि इसके सभाओं का सामाजिक बहिष्कार करें व धर्म का मजाक उड़ाने वालों पर धन व्यय न करें